दिन बीते, साल बीते। कई मौसम आये और चले गये। कच्चे घर की जो कठिनाईयां थीं, वो बनी रहीं। पर एक दिन किस्मत रंग लाई। कच्चा घर अब पक्के और सुन्दर घर में बदल गया। ये सच्ची कहानी अनूपपुर जिले की है। - 09/09/2024